राजेन्द्र सेतु/ मोकामा पुल – लगभग दो किलोमीटर लंबा यह पुल गंगा नदी पर बना बिहार का रेल-सह-सड़क पुल है और बिहार में नदी से ऊपर बने पुलों की सूची में शामिल है | यह पुल उत्तर बिहार को दक्षिण बिहार से जोड़ता है |
राजेंद्र पुल की रचना
राजेंद्र पुल २ किलोमीटर लम्बी एक दोमंजिला लोहे का पुल है । ऊपर में जहाँ २ लेन वाली सड़क NH २८ गुजरती है वहीँ दूसरी ओर निचे में सिंगल लेन वाली एलेक्ट्रिफिएड लाइन गुजरती है ।यह ट्रैक गंगा नदी से होकर गुजरती है और मोकामा -बरौनी रेल ट्रैक को जोड़ती है
डिजाइन और निर्माण
इस पुल की डिजाइन Girder ब्रिज की तरह है जिसका निर्माण ब्राथवाइट, बर्न एंड जेसॉप कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा तैयार किया गया है पुल की कुल लंबाई 2,000 मीटर (6,600 फीट) है
इतिहास
पटना जिले के हाथीदाह के पास सड़क-सह-रेल पुल का उद्घाटन 1 9 5 9 में भारत के प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू और बिहार के पहले मुख्यमंत्री डॉ श्रीकृष्ण सिंह ने किया था।
समान्तर पुल
राजेंद्र सेतु के लिए एक नए समांतर रेलवे पुल का निर्माण 12 मार्च 2016 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। नया 1.9 किमी रेलवे पुल फरवरी 2021 तक परिचालित होने वाला है। नए पुल के निर्माण के लिए अनुबंध इंडियन रेलवे कंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (आईआरकॉन)।को आवंटित किया गया था ।
वीडियो
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