कॉरपोरल ज्योति प्रकाश निराला (15 नवंबर 1986 – 18 नवंबर 2017) मरणोपरांत शांति काल के सर्वोच्च सैन्य सम्मान, अशोक चक्र के प्राप्तकर्ता थे। वह भारतीय वायु सेना के गरुड़ कमांडो फोर्स के सदस्य थे। भारतीय वायु सेना की ओर से सुहास बिस्वास और राकेश शर्मा के बाद इस सम्मान को प्राप्त करने वाले वह तीसरे व्यक्ति थे।
व्यक्तिगत जीवन
निराला का जन्म 15 नवंबर 1986 को बिहार के रोहतास जिले के बादिलडिह गांव में तेजनारायण सिंह तथा मालती देवी के घर हुआ था। उनकी चार बहनें भी थी। 2010 में उनकी शादी औरंगाबाद की सुषमा नंद से हुई थी। वह अपनी पत्नी और पुत्री जिज्ञासा के साथ चण्डीगढ़ में रहते थे।
सैन्य जीवन
2005 में ज्योति प्रकाश वायुसेना में भर्ती हुए थे। उनकी इकाई को 13 राष्ट्रीय राइफल्स के लिए नियुक्त किया गया था, और ऑपरेशन रक्षक के तहत वह जम्मू और कश्मीर में तैनात थे। 18 नवंबर 2017 को सर्च ऑपरेशन के दौरान चंद्रगढ़ गांव में जवानों ने एक घर को घेर लिया। तभी उसमें छिपे आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी थी। निराला के पास एक लाइट मशीनगन थी। एनकाउंटर के दौरान गोली लगने के बावजूद उन्होंने दो आतंकवादियों को मार गिराया था। इस एनकाउंटर में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के कुल 6 आतंकवादी मारे गए थे।
सम्मान
26 जनवरी 2018 को भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा उन्हें मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त उनके पैतृक गांव बदिलाडीह के समीप एक स्मृतिद्वार तथा गांव के प्राथमिक विद्यालय परिसर में उनकी आदमकद प्रतिमा भी लगाई गयी है।