बिहार में एक नए मील का पत्थर रखने का समय आ गया है, क्योंकि यहां एक नया इंटरनेशनल पोर्ट बनकर तैयार हो चुका है। यह पोर्ट न केवल बिहार के बल्कि पूरे उत्तर पूर्व भारत के लिए एक महत्वपूर्ण बाधाओं को दूर करेगा, बल्कि यहां की आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा।
इंटरनेशनल पोर्ट का स्थान और विवरण:
इस नए इंटरनेशनल पोर्ट का नाम है “कल्लू घाट बंदरगाह,” जो सोनपुर के सारण जिले में स्थित है। इस पोर्ट की निर्माण की लागत लगभग 82.48 करोड़ रुपए है और इसका उद्घाटन भी हाल ही में हुआ है। यहां 13.17 एकड़ में फैले इस पोर्ट से सालाना 77000 कंटेनर्स की लोड और अनलोडिंग की जा सकेगी।
बंदरगाह के फायदे:
इस इंटरनेशनल पोर्ट के बनने से बिहार में व्यापार और विनिर्माण सेक्टर में गति प्राप्त करेगा। सड़क और हवाई मार्ग से आने जाने वाले सामग्री को इस पोर्ट के माध्यम से सुरक्षित और तेजी से पहुंचाया जा सकेगा। इससे बिहार का अंतरराष्ट्रीय व्यापार बढ़ेगा और रोजगार के नए स्रोत उत्पन्न होंगे।
बंदरगाह का लाभ:
यह इंटरनेशनल पोर्ट सारण के सोनपुर स्थित कालू घाट पर बना है, जिससे नेपाल, उत्तर बिहार के जिलों, बांग्लादेश, बंगाल, झारखंड और अन्य कई प्रमुख स्थानों के साथ कनेक्ट हो सकेगा। यहां से होने वाली माल की ढुलाई से सारे क्षेत्रों में सस्ता और अच्छा व्यापार होगा।
बिहार में इस नए इंटरनेशनल पोर्ट के उद्घाटन से राज्य के विकास की दिशा में एक नई कड़ी जुड़ी है। यह स्थानीय लोगों के लिए नए रोजगार स्थापित करने का भी एक अच्छा उपाय है। इस पोर्ट के माध्यम से बिहार अब अपने व्यापारिक गतिविधियों में और भी प्रगट होकर उच्चतम शिखरों की ऊंचाइयों को छूने की कदमों में है।