Tuesday, October 22, 2024

गुरु नानक की राजगीर यात्रा: ऐतिहासिक दृष्टिकोण

कुछ विद्वानों ने इस तथ्य पर प्रश्न उठाया है कि गुरु नानक की राजगीर यात्रा का सिख धर्म की प्रमुख जीवनी में कोई स्पष्ट उल्लेख नहीं है। किंवदंती के अनुसार, गुरु नानक राफैला से भागलपुर जाते समय राजगीर में रुके थे, जो प्राचीन काल में राजगृह के नाम से जाना जाता था। यह शहर जरासंध की राजधानी था और भारत के सबसे प्राचीन नगरों में से एक है।

राजगीर का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व

राजगीर का धार्मिक महत्व सिर्फ हिंदू धर्म तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बौद्ध और जैन धर्म से भी जुड़ा हुआ है। सिख विद्वान सुरिंदर सिंह कोहली के अनुसार, यह स्थान बौद्ध धर्म के इतिहास में इसलिए प्रसिद्ध है क्योंकि यहाँ पाँच सौ बौद्ध भिक्षुओं ने मिलकर धर्म के सिद्धांतों पर विचार किया था। यह स्थल भगवान बुद्ध और भगवान महावीर दोनों से गहरा संबंध रखता है।

गुरु नानक के धार्मिक उपदेश

राजगीर की यात्रा के दौरान, ऐसा माना जाता है कि गुरु नानक ने बौद्ध और जैन भिक्षुओं के साथ धार्मिक प्रवचन किया था। उन्होंने त्याग के बिना ईश्वर की भक्ति के महत्व पर बल दिया। उनके उपदेश में इस बात पर जोर दिया गया कि जैसे कमल का फूल कीचड़ में खिलता है लेकिन फिर भी पवित्र रहता है, वैसे ही मनुष्य को संसार में रहते हुए भी ईश्वर की भक्ति करनी चाहिए।

नानक कुंड का चमत्कार

राजगीर अपने गर्म पानी के झरनों के लिए प्रसिद्ध था, लेकिन उस समय ठंडे पीने के पानी की समस्या थी। एक प्रसिद्ध कथा के अनुसार, गुरु नानक के कहने पर लोगों ने एक जगह खोदी, जहाँ से ठंडा पानी निकला। यह चमत्कारी जल स्रोत आज नानक कुंड के नाम से जाना जाता है। 1991 के पटना गजेटियर के अनुसार, इस कुंड के पास एक सिख गुरुद्वारा स्थित है। राजस्व अभिलेखों में इसे मौजा राजगीर, जिला नालंदा के अंतर्गत दर्ज किया गया है।

गुरुद्वारे का विकास और वर्तमान स्थिति

गुरुद्वारे का संरक्षण और विस्तार पिछले चालीस वर्षों में भाई अजायब सिंह के अथक प्रयासों से हुआ है। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, गया की संगत, और अन्य संगठनों की सहायता से यहाँ एक नया आवासीय परिसर भी निर्मित किया गया है। राजगीर आज एक प्रमुख सामाजिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में उभर रहा है, जहाँ हर साल राजगीर महोत्सव का आयोजन होता है। पटना में गुरु गोविंद सिंह की जयंती मनाने आए सिख परिवार, अगले दिन राजगीर के गुरुद्वारे में एकत्रित होते हैं।

Facebook Comments

इसे भी पढ़े

इसे भी पढ़े

बिहारी खानपान

बिहारी खानपान

इसे भी पढ़े