उद्घाटन और विशेषताएं
बिहार की राजधानी पटना में देश का सबसे बड़ा परीक्षा केंद्र बनकर तैयार हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को कुम्हरार स्थित बापू परीक्षा परिसर का उद्घाटन किया। इस विशाल परिसर में एक साथ 16,000 से 20,000 अभ्यर्थी ऑनलाइन और ऑफलाइन परीक्षाएं दे सकेंगे। 281.11 करोड़ रुपये की लागत से बने इस केंद्र का निर्माण लगभग छह एकड़ में किया गया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की कई अन्य योजनाओं का भी शुभारंभ किया।
परीक्षा व्यवस्था को उत्कृष्ट बनाने की पहल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पटना में एक बड़े परीक्षा भवन की लंबे समय से आवश्यकता महसूस की जा रही थी। इस नए परिसर के निर्माण से परीक्षा संचालन में सुधार होगा और बड़ी संख्या में परीक्षार्थी एक साथ परीक्षा दे सकेंगे। यह केंद्र विशेष रूप से परीक्षा व्यवस्था को उत्कृष्ट और सुव्यवस्थित बनाने के लिए तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री ने उद्घाटन के अवसर पर परिसर में पौधारोपण भी किया।
इंजीनियरिंग और मेडिकल की नि:शुल्क कोचिंग
बिहार बोर्ड के मेधावी छात्रों के लिए मुख्यमंत्री ने इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए नि:शुल्क कोचिंग की शुरुआत की। पटना प्रमंडल में निःशुल्क आवासीय कोचिंग और अन्य आठ प्रमंडलों में गैर-आवासीय कोचिंग कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
प्रति दिन परीक्षा की सुविधा
यह परीक्षा भवन हर दिन परीक्षाएं आयोजित करने की क्षमता रखता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके निर्देशानुसार इस भवन का नाम बापू के नाम पर रखा गया है, जिससे उन्हें अत्यधिक संतोष है। इसके अलावा, उन्होंने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की विभिन्न योजनाओं का भी रिमोट के माध्यम से शुभारंभ किया।
सौर ऊर्जा और आधुनिक तकनीक का उपयोग
मुख्यमंत्री ने उद्घाटन के बाद परीक्षा भवन का निरीक्षण किया और छत पर लगे सोलर प्लेटों को देखकर अधिकारियों को और अधिक सोलर प्लेट लगाने का निर्देश दिया। मुख्य भवन को ए और बी ब्लॉक में विभाजित किया गया है, जहां हजारों विद्यार्थी एक साथ परीक्षा दे सकते हैं।
दूसरे चरण की कार्य योजना: परीक्षा भवन और वज्रगृह का निर्माण
दूसरे चरण के तहत राज्य के शेष सभी 29 जिलों में परीक्षा भवनों और 38 जिलों में वज्रगृहों की स्थापना की जाएगी। इसके साथ ही राज्य के नौ प्रमंडलों में ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों-सह-कंप्यूटर प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना की जाएगी। इसके अलावा, राज्य के सभी मैट्रिक और इंटर शिक्षण संस्थानों में एसेसमेंट सिस्टम और लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम भी स्थापित किया जाएगा।
सिंगल विंडो सिस्टम और आधुनिक सुरक्षा उपाय
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की सभी सेवाओं के लिए सिंगल विंडो सिस्टम की व्यवस्था की जाएगी। नई शिक्षण संस्थाओं के लिए GIS आधारित ऑनलाइन एफिलिएशन एंड इंस्पेक्शन सिस्टम लागू किया जाएगा। परीक्षाओं में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित फॉर्म भरने की प्रक्रिया और डेटा सैनिटाइजेशन भी किया जाएगा। इसके अलावा, RFID आधारित सुरक्षा और ट्रैकिंग सिस्टम का उपयोग परीक्षाओं में किया जाएगा, जिससे परीक्षा संचालन और अधिक सुरक्षित और पारदर्शी हो सके।