बिहार में पहले आतंक जब चरम सीमा पर था उस समय बिहार में लोग आना नहीं चाहते थे ।अब समय और वक़्त दोनों बदला है और वैसी परिस्थिति कमोबेश अब नहीं है ।
इसके लिए बधाई के पात्र है हमारी सरकार और कुछ वैसे जांबाज पुलिस अधिकारी जिन्होंने अपने जान की परवाह न करते हुए इन अपराधियों की गतिविधि पर नकेल कस दिआ|
बिहार में वैसे ही एक आईपीएस अफसर है अमित लोढ़ा जिन्होंने बिहार के सबसे डरावने गिरोहों में से एक विजय सम्राट को गिरफ्तार किया, जो जबरन वसूली, अपहरण और लोगों के नरसंहार के लिए कुख्यात था |
दरअसल उन्होंने बिहार डायरीज नाम से एक पुस्तक लिखी है जिनमे उन्होंने अपने तमाम ऑपरशंस के बारे में विस्तार से रोमांचक अंदाज़ में व्याख्या की है |
बिहार डायरीज ने रोमांचकारी खाते का वर्णन किया कि कैसे अमित लोढा ने बिहार के सबसे डरावने गिरोहों में से एक विजय सम्राट को गिरफ्तार किया, जो विरूपण, अपहरण और लोगों के नरसंहार के लिए कुख्यात था। यह पुस्तक बिहार में एक शहर शेखपुरा के पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्यरत अमित के कार्यकाल के दौरान की गयी उनकी करवाई की पूरी दास्ताँ सुनाता है |
इसमें बताया गया है की कैसे वे अपराधियों को पकड़ने के लिए तीन परोसी राज्य में बिना रुके बिना थके अपने कारनामो को अंजाम देते है।अमित अपने पेशेवर चुनौतियों के बीच नेविगेट कैसे करते थे और उस दौरान जब अपराधी उनके अपने परिवार के पीछे उनको परेशां करने आता था तो वह क्या करते हैं । बिहार डायरी एक युवा, निर्भीक और उग्र आईपीएस अधिकारी और बेहद भयानक पेशेवर अपराधियों के बिच की लड़ाई स्पष्ट रूप से कैप्चर करती है।
अमित लोढा वर्तमान में एक आईपीएस अधिकारी हैं जो वर्तमान में आईजी पुलिस के पद पर हैं। अपने करियर के दौरान, वह कई सफल पुलिस परिचालनों का हिस्सा रहे है, जिसमें गिरोहियों की गिरफ्तारी और अपहरण पीड़ितों का बचाव शामिल हैं।
उन्हें गैलेन्ट्री के लिए प्रतिष्ठित पुलिस पदक और उनके काम के लिए आंतरिक सुरक्षा पदक से सम्मानित किया गया है। अमित टेनिस और स्क्वैश खेलना पसंद करते हैं, और किशोर कुमार के उत्साही प्रशंसक हैं। वह टाइम्स ऑफ इंडिया ब्लॉग के लिए नियमित रूप से लिखते हैं। वह फेसबुक और ट्विटर पर पहुंचा जा सकता है।
उनके द्वारा लिखी गयी ये पुस्तक इस लिंक के जरिये खरीद सकते हैं
अगर आप किताब पढ़ने के उतने शौकीन नहीं है तब भी आप इस कारनामे को फिल्म के माध्यम से देख पाएंगे ।
लेकिन इसके लिए आपको थोड़ा इंतजार करना होगा ।दरअसल फ़िल्मकार नीरज पांडेय इस रोमांचक पुस्तक पर एक फिल्म की प्लानिंग कर रहे हैं ।