बिहार सरकार ने स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया है। इस नए निर्देश के तहत, स्मार्ट मीटर के बैलेंस खत्म होने और बिजली कटने की सूचना अब 24 घंटे पहले के बजाय, एक हफ्ते पहले से दी जाएगी।
स्मार्ट मीटर का बैलेंस खत्म होने की स्थिति में अब उपभोक्ताओं को ज्यादा चिंता करने की ज़रूरत नहीं होगी। सरकार ने इस समस्या के समाधान के लिए एक विशेष सुविधा प्रदान की है। यदि किसी कारणवश उपभोक्ता समय पर स्मार्ट मीटर को रिचार्ज नहीं कर पाते, तो अब बिजली तुरंत कटने के बजाय, एक वैकल्पिक व्यवस्था मिलेगी।
स्मार्ट मीटर में दिए गए पुश बटन को लगातार 20 सेकंड तक दबाने पर बिजली की आपूर्ति 72 घंटे यानी तीन दिनों तक जारी रहेगी। हालांकि, यह सुविधा केवल महीने में एक बार ही, और वह भी विशेष परिस्थितियों में उपलब्ध होगी। इस दौरान उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर का रिचार्ज करा लेना होगा। वर्तमान में, स्मार्ट मीटर का बैलेंस खत्म होने पर सामान्य स्थिति में 24 घंटे तक बिजली मिलती है, लेकिन इस नई व्यवस्था के बाद अब उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत मिल सकेगी।
नयी सुविधा जल्द मिलेगी
सरकार जल्द ही स्मार्ट मीटर से जुड़ी एक नई सुविधा लागू करने वाली है। इस बारे में पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने गुरुवार को समाहरणालय सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक की थी, जिसमें विद्युत आपूर्ति, स्मार्ट प्रीपेड मीटर और तकनीकी संस्थानों के लिए समर्पित फीडर की चर्चा की गई। बैठक के बाद, प्रेस वार्ता में जिलाधिकारी ने नई सुविधाओं की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि बिजली का लोड बढ़ने पर जो पेनाल्टी उपभोक्ताओं को दी जाती थी, वह अब अगले छह महीनों तक नहीं लगेगी। इस अवधि में उपभोक्ता अपनी बिजली खपत का लोड स्वयं बढ़ा सकते हैं, और इसके लिए उन्हें कोई अतिरिक्त शुल्क भी नहीं देना होगा। इसके अलावा, सभी सरकारी कार्यालयों में 30 नवंबर तक स्मार्ट मीटर लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। पटना जिले के 1244 कार्यालयों में से 783 कार्यालयों में स्मार्ट मीटर पहले ही लगा दिए गए हैं, जबकि बाकी बचे 461 कार्यालयों में 31 अक्टूबर तक यह काम पूरा कर लिया जाएगा।
जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिया है कि सरकारी कर्मियों और पदाधिकारियों के आवासों पर भी स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इस बीच, कुछ खबरें सामने आई हैं कि पुराने मीटर की रीडिंग करने वाले कर्मचारी गलत अफवाहें फैला रहे हैं। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि ऐसे अफवाह फैलाने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बिजली संवाद कार्यक्रम होंगे आयोजित
पटना के डीएम, डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने घोषणा की है कि सभी प्रखंडों में “बिजली संवाद” कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिसके लिए उप विकास आयुक्त एक रोस्टर तैयार करेंगे। अनुमंडल पदाधिकारियों के नेतृत्व में यह कार्यक्रम प्रत्येक प्रखंड में आयोजित होगा, जिसमें जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाएगा।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य अधिकारियों, विद्युत अभियंताओं और उपभोक्ताओं के बीच स्मार्ट मीटर से संबंधित संवाद स्थापित करना है। इसके साथ ही, उपभोक्ताओं से उनकी समस्याओं और अनुभवों पर फीडबैक लिया जाएगा। कार्यक्रम के अंतर्गत स्मार्ट प्रीपेड मीटर पर एक जागरूकता कार्यशाला भी आयोजित की जाएगी, ताकि उपभोक्ताओं को इसके लाभ और उपयोगिता के बारे में जानकारी मिल सके। खास बात यह है कि उपभोक्ताओं की वास्तविक समस्याओं का समाधान मौके पर ही किया जाएगा।
शहरी क्षेत्रों में अब तक 80% घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, और यह कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में इसकी व्यापकता बढ़ाने में मदद करेगा।