बिहार में भूमि सर्वे के तहत कई लोग वंशावली फॉर्म भरने के इच्छुक हैं, लेकिन उन्हें इस प्रक्रिया में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस लेख के माध्यम से, आप dlrs.bihar.gov.in से परपत्र 3 (वंशावली) फॉर्म को आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। यहां आपको फॉर्म भरने की पूरी जानकारी मिलेगी, क्योंकि कई लोग फॉर्म भरने में गलतियाँ कर रहे हैं, जिसके कारण उनके फॉर्म अस्वीकृत हो जा रहे हैं। इस विषय पर विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए आप atulyabihar.com की वेबसाइट पर भी जा सकते हैं।
वंशावली क्या होता है ?
बिहार में भूमि सर्वे चल रहा है, जिसके अंतर्गत कई लोग वंशावली बनाना चाहते हैं। लेकिन बहुत से लोगों को यह जानकारी नहीं है कि वंशावली क्या होती है। वंशावली एक परिवार का genealogical रिकॉर्ड होता है, जो बताता है कि परिवार में विभिन्न भाई-बहनों का संबंध कैसे है।
इसमें परिवार के प्रमुख व्यक्ति, जैसे कि पिता का नाम सबसे पहले लिखा जाता है, इसके बाद उसके सभी पुत्रों और पुत्रियों के नाम का उल्लेख होता है। यह दस्तावेज इस बात का प्रमाण होता है कि एक ही पिता के सभी भाई-बहन उसके वंशज हैं।
वंशावली का महत्व सरकारी कार्यालयों में विशेष रूप से बढ़ जाता है, और यह भूमि सर्वेक्षण की प्रक्रिया में भी आवश्यक होता है। सही वंशावली के माध्यम से, लोग अपने परिवार के अधिकारों को स्थापित कर सकते हैं और सरकारी प्रक्रियाओं में सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
बिहार भूमि सर्वे के तहत वंशावली बनाने के लिए आवश्यक दस्तावेज
यदि आप बिहार भूमि सर्वे में प्रपत्र 3(1) वंशावली भरना चाहते हैं, तो आपके लिए निम्नलिखित महत्वपूर्ण जानकारियों का होना आवश्यक है:
- आंचल का नाम
- जिला का नाम
- थाना
- जाति का नाम
- राजस्व ग्राम का नाम
- जमाबंदी क्रम संख्या
- खाता संख्या
- खेसरा संख्या
- रखवा लगान
- वंशावली वंश वृक्ष
बिहार भूमि सर्वे में वंशावली परपत्र 3(1) की आवश्यकता क्यों है ?
यदि आप बिहार के मूल निवासी हैं, तो आपको यह जानकारी होगी कि बिहार में विशेष सर्वेक्षण की प्रक्रिया चल रही है, जिसे बिहार भूमि सर्वे कहा जाता है। इस प्रक्रिया के अंतर्गत, यदि आप परपत्र 2 फॉर्म भरते हैं, तो यह आवश्यक है कि आप साथ में प्रपत्र 3 (1) फॉर्म वंशावली भी भरें।
वंशावली इस बात का प्रमाण प्रदान करती है कि आप खतियान के रैयत के वंशज हैं। अक्सर जमीन आपके बाप-दादा के नाम पर होती है, इसलिए वंशावली का होना अनिवार्य है। आपको यह वंशावली स्वयं बनाने की भी स्वतंत्रता होती है।
कैसे डाउनलोड करें वंशावली फॉर्म भूमि सर्वे प्रपत्र 3 (1)
यदि आप बिहार के मूल निवासी हैं, तो आपको यह जानकारी होनी चाहिए कि 20 अगस्त 2024 से भूमि सर्वेक्षण प्रक्रिया चल रही है। इस प्रक्रिया में प्रपत्र 3 (1) वंशावली फॉर्म की आवश्यकता होगी, जिसे आप dlrs.bihar.gov.in से डाउनलोड कर सकते हैं। यहाँ इस फॉर्म को भरने की प्रक्रिया बताई गई है:
- प्रपत्र डाउनलोड करें: सबसे पहले, dlrs.bihar.gov.in पर जाएँ और प्रपत्र 3 (1) वंशावली फॉर्म डाउनलोड करें।Download pdf-
- जानकारी भरें:
- सबसे पहले “आंचल का नाम” और “जिला का नाम” दर्ज करें।
- उसके बाद “अपना नाम” और “पिता का नाम” भरें।
- अब “अपना थाना”, “आंचल”, “जिला” और “जाति” की जानकारी दर्ज करें।
- फिर “रैयत का नाम” और “रैयत के पिता का नाम” भरें।
- “रैयत के ग्राम” और “रैयत के राजस्व ग्राम” के साथ-साथ “आंचल” की जानकारी भी दें।
- जमीन की जानकारी भरें:
- अपने जमीन के “खाता”, “खेसरा”, “रखवा” और “लगान” की जानकारी दर्ज करें।
- वंश वृक्ष लगाएँ: अंत में, फॉर्म के साथ “वंश वृक्ष” लगाना न भूलें।
इन सभी चरणों को पूरा करने के बाद, आपका वंशावली फॉर्म सफलतापूर्वक भरा जाएगा।