Thursday, November 21, 2024

मिलिए बिहार के एक ऐसे शक़्स से , जिसने फिल्ममेकिंग में अपना एक अलग मुकाम बनाया है

बॉलीवुड में हम सब बहुत सरे लोग को जानते हैं जिन्होंने इस फिल्म इंडस्ट्री में अपनी अमित छाप छोरी है चाहिए वो शत्रुघ्न सिन्हा हो या मनोज बाजपाई ,प्रकाश झा हो या उदित नारायण .. इन चर्चित लोगो के अलावा कई सारे और नाम हैं जिन्हे हम नहीं जानते ।  उनमे से एक नाम है रणजीत बहादुर का

 

रंजीत हांलांकि बतौर एडिटर, संवाद और कहानी लेखक के रूप में अपने को स्थापित कर चूके हैं लेकिन आम लोगो को भी उन्हें और उनकी उपलब्धियों के बारे में जानना चाहिए ।

जन्म और पढाई

रंजीत बहादुर’ ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई बिहार के नवादा में रह कर की। फिर राष्ट्रीय छात्रवृत्ति के ज़रिए राजस्थान के पिलानी से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। तत्पश्चात दिल्ली के हंसराज कॉलेज से भौतिकी में स्नातक किया ।

नौकरी और फिल्ममेकिंग की ट्रेनिंग

फिल्ममेकिंग के क्षेत्र में उनकी दिलचस्पी शायद पुरानी थी इसलिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ कर कलकता में सत्यजीत रे फ़िल्म एवं टेलीवीजन संस्थान में फ़िल्म मेकिंग में दाख़िला ले लिया।

बॉलीवुड में शुरुआत

ranjeet bahadur with aamir khan
करीना कपूर अभिनीत हिंदी फ़िल्म ‘चमेली’ से अपने एडिटिंग करियर की शुरूआत करते हुए रंजीत ने एक लम्बा सफ़र तय किया है।

बॉलीवुड में अभी तक के मुख्य काम

  • वे राजकुमार हिरानी की सुपर हिट फ़िल्म ‘थ्री इडियट्स’ में को-एडिटर व संवाद पर्यवेक्षक थे
  • रजनीकांत की चर्चित फ़िल्म ‘काला’ में संवाद लेखन किया ।
  • हॉलीवुड टीवी सीरियल ‘मुंबई कॉलिंग’ में एडिटिंग की
  • फ़िल्म ‘फ़रारी की सवारी’ में एसोसिएट संवाद लेखक के रूप में भी काम किया।
  • गोल्डी बहल निर्मित ऐतिहासिक कल्पित टीवी सीरियल ‘आरम्भ’ में बतौर क्रीएटिव निर्देशक अपना योगदान दिया।

देते हैं फिल्ममेकिंग की ट्रेनिंग

रणजीत अपने फिल्मो के असाइनमेंट के साथ साथ युवा फिल्मकार को फिल्ममेकिंग की बारीकियां भी सिखाते हैं
समय-समय पर FTII और SRFTI में छात्रों के लिए फ़िल्म एडिटिंग पर वर्क्शाप भी आयोजित करते रहते हैं।

आवास और निवास 

रंजीत बहादुर पत्नी  ‘चंचला बहादुर’ और बेटे ‘प्रणव’ के साथ अब मुंबई के अंधेरी में रहना होता है।

वर्त्तमान कार्य

फ़िलहाल आशुतोष गोवारिकर की अगली फ़िल्म ‘पानीपत’ के लिए स्क्रिप्ट लिखने में व्यस्त हैं।

सम्मान

15 जुलाई 2018 को आयोजित 9 वें संस्करण में 51 सामूहिक विवाह के दौरान श्री कृष्णा मेमोरियल हॉल में बिहार के पांच खास शखसियतों को जिन्होंने अपने काम से देश और दुनिया में बिहार का परचम फहराया है, उन्हें सम्मानित किया किया जा रहा है जिनमे ‘रंजीत बहादुर  का भी नाम शामिल था ।

  जरूर पढ़े    अरुणाभ कुमार- वायरल फीवर टीवीएफ के संस्थापक  

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