सैयद सबा करीम (जन्म 14 नवंबर 1967) भारतीय क्रिकेट के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं, जिन्होंने अपनी खेल प्रतिभा के साथ-साथ प्रशासनिक क्षमता से भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। वह एक दाएं हाथ के बल्लेबाज और विकेटकीपर के रूप में जाने जाते हैं। क्रिकेट के बाद के जीवन में उन्होंने कॉरपोरेट सेक्टर में भी कार्य किया और TISCO के कॉर्पोरेट कम्युनिकेशंस डिवीजन में काम किया। सबा करीम अपनी मुखर और स्पष्ट राय के लिए जाने जाते हैं, चाहे वह टीम प्रदर्शन हो, अंपायरिंग के मानक, या फिर डे-नाइट टेस्ट मैचों की अवधारणा।
प्रारंभिक जीवन और क्रिकेट की शुरुआत
सबा करीम का क्रिकेट के प्रति रुझान बहुत कम उम्र में ही दिखाई देने लगा। मात्र 13 वर्ष की आयु में, वे अंडर-19 पटना टीम के कप्तान बने और श्यामल सिन्हा ट्रॉफी में अपनी टीम को जीत दिलाई। इसके बाद उन्होंने बिहार टीम की कप्तानी की विजय मर्चेंट ट्रॉफी में 1981 में, जहाँ उनके नेतृत्व में टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। इसके बाद उन्हें मुंबई में आयोजित इंडिया अंडर-15 कैम्प में भी चयनित किया गया।
क्रिकेट करियर
सबा करीम का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट तक पहुंचने का सफर आसान नहीं था। वे बिहार की ओर से खेलते थे, जो उस समय भारतीय घरेलू क्रिकेट में बहुत मजबूत टीम नहीं मानी जाती थी। हालाँकि, उन्होंने लगातार प्रदर्शन किया और अपने विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी के लिए सुनील गावस्कर जैसे दिग्गजों से सराहना पाई। करीब 10 साल के लंबे इंतजार के बाद उन्हें भारतीय टीम में खेलने का मौका मिला।
प्रथम श्रेणी क्रिकेट
सबा करीम ने 1982-83 के सीजन में बिहार के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत की, तब उनकी उम्र केवल 15 साल थी। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 234 रन का था, जो उन्होंने 1990-91 के रणजी ट्रॉफी सीजन में उड़ीसा के खिलाफ बनाया था। 1996-97 में, उन्हें स्टैंडर्ड बैंक सीरीज के लिए नयन मोंगिया के स्थान पर भारतीय टीम में चुना गया, जहाँ उन्होंने अपने डेब्यू मैच में 55 रन बनाए और दूसरे मैच में 38 रन का योगदान दिया। लेकिन इसके बाद की आठ पारियों में वे सिर्फ 49 रन बना सके।
आंख की चोट
मई 2000 में बांग्लादेश के खिलाफ एक सीमित ओवरों के मैच में विकेटकीपिंग करते समय सबा करीम को आंख में गंभीर चोट लगी। इस चोट ने उनके क्रिकेट करियर को समाप्त कर दिया। इसके बाद, हालांकि उन्होंने नवंबर 2000 में बांग्लादेश के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच खेला, लेकिन उनकी खेल क्षमता पहले जैसी नहीं रही और उन्हें क्रिकेट से विदाई लेनी पड़ी।
क्रिकेट प्रशासन में योगदान
बीसीसीआई में नियुक्ति
1 जनवरी 2018 को, सबा करीम को BCCI के क्रिकेट संचालन विभाग में महाप्रबंधक के पद पर नियुक्त किया गया। इस पद पर उनके प्रमुख कार्यों में क्रिकेट विभाग को रणनीतिक दिशा देना, ऑपरेशनल योजनाओं को लागू करना, बजट बनाना और घरेलू कार्यक्रमों के प्रशासन से संबंधित मुद्दों को देखना शामिल था।
राष्ट्रीय चयनकर्ता
27 सितंबर 2012 को, सबा करीम को पूर्वी क्षेत्र से राष्ट्रीय चयनकर्ता के रूप में नियुक्त किया गया। इस भूमिका में उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
विवाद
सबा करीम का नाम कई विवादों से भी जुड़ा है। सितंबर 2019 में, बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) ने सबा करीम को अंडर-16 खिलाड़ियों की उम्र सत्यापन प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने के लिए नोटिस जारी किया। एसोसिएशन के प्रमुख ने आरोप लगाया कि करीम ने चयनित खिलाड़ियों के उम्र सत्यापन के बाद प्रक्रिया को रोक दिया था, जिससे विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई।
इसके अलावा, अक्टूबर 2019 में, सबा करीम को घरेलू मैचों के लिए पर्याप्त पिंक बॉल्स उपलब्ध कराने में विफलता के कारण भी आलोचना का सामना करना पड़ा। तत्कालीन बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इस मुद्दे पर नाराजगी जताई और कहा कि घरेलू क्रिकेट में डे-नाइट मैचों के लिए पर्याप्त तैयारी नहीं की गई थी।
अन्य विवाद
सबा करीम पर महिला राष्ट्रीय टीम के सपोर्ट स्टाफ की असंवैधानिक नियुक्ति का भी आरोप लगा। अक्टूबर 2019 में, Diana Edulji और बीसीसीआई की नई एपीक्स काउंसिल की सदस्य Shantha Rangaswamy ने इस मुद्दे पर सबा करीम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी।
About Saba Karim
Personal Information | |
---|---|
Born | 14 November 1967 (age 56) |
Place of Birth | Patna, Bihar, India |
Batting | Right-handed |
Role | Wicket-keeper |
International Information | |
---|---|
National Side | India |
Test Debut | 10 November 2000 vs Bangladesh |
Last Test | 10 November 2000 vs Bangladesh |
ODI Debut | 23 January 1997 vs South Africa |
Last ODI | 30 May 2000 vs Bangladesh |
Career Statistics | Tests | ODIs | FC |
---|---|---|---|
Matches | 1 | 34 | 120 |
Runs Scored | 15 | 362 | 7,310 |
Batting Average | 15.00 | 15.73 | 56.66 |
100s/50s | 0/0 | 0/1 | 22/33 |
Top Score | 15 | 55 | 234 |
Balls Bowled | – | – | 36 |
Wickets | – | – | 0 |
Bowling Average | – | – | – |
5 Wickets in an Innings | – | – | – |
10 Wickets in a Match | – | – | – |
Best Bowling | – | – | – |
Catches/Stumpings | 1/0 | 27/3 | 243/55 |
Medal Record | |
---|---|
Men’s Cricket Representing India | |
ACC Asia Cup | Runner-up (1997) Sri Lanka |
निष्कर्ष
सैयद सबा करीम का क्रिकेट करियर और प्रशासनिक जीवन काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। मैदान पर उनके प्रदर्शन ने जहां उन्हें भारतीय क्रिकेट में एक खास मुकाम दिलाया, वहीं उनके प्रशासनिक कार्यों में उनके साहसिक निर्णयों और स्पष्ट विचारों ने उन्हें विवादों के केंद्र में भी रखा। लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि उनका योगदान भारतीय क्रिकेट के विकास में महत्वपूर्ण रहा है।