Tuesday, December 10, 2024

दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल – बिहार का प्रमुख चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा संस्थान

दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (डीएमसीएच), बिहार के प्रतिष्ठित चिकित्सा शिक्षण संस्थानों में से एक है, जो न केवल चिकित्सा शिक्षा बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं में भी अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इसकी स्थापना का श्रेय खंडावला राजवंश के राजा रामेश्वर सिंह को जाता है, जिन्होंने इस महत्त्वपूर्ण पहल की नींव रखी। यह मेडिकल कॉलेज बिहार के दरभंगा शहर में स्थित है, जो इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ माना जाता है।

स्थापना और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

दरभंगा मेडिकल कॉलेज की नींव 1923 में डाली गई थी और इसे 1946 में कॉलेज का दर्जा मिला। यह कॉलेज राजा रामेश्वर सिंह के प्रयासों से अस्तित्व में आया, जिन्होंने इसे एक मेडिकल स्कूल के रूप में शुरू किया। बाद में, राजकुमार एडवर्ड VIII (जो आगे चलकर ब्रिटेन के किंग बने) के दौरे के दौरान इस कॉलेज को विकसित करने की योजना बनाई गई। एडवर्ड इस स्कूल के कार्य से अत्यंत प्रभावित हुए, और उनकी सिफारिश पर ब्रिटिश सरकार ने इसे एक पूर्ण मेडिकल कॉलेज का दर्जा प्रदान करने का प्रस्ताव दिया।

प्रारंभिक दौर

दरभंगा-लहेरियासराय क्षेत्र के बीच में 300 एकड़ भूमि पर कॉलेज का विस्तार हुआ। राजा रामेश्वर सिंह ने इसके निर्माण हेतु 6 लाख रुपये की बड़ी राशि भी दान की। आरंभ में यह मेडिकल कॉलेज शहर के लोहिया चौक के पास स्थित था। इसके विस्तार और उच्च स्तरीय चिकित्सा शिक्षा के लिए राजा कामेश्वर सिंह ने इसे ‘मेडिकल लर्निंग के मंदिर’ के रूप में प्रतिष्ठित किया और 1946 में इसका नाम बदलकर दरभंगा मेडिकल कॉलेज रख दिया।

शैक्षणिक कोर्स और प्रवेश प्रक्रिया

दरभंगा मेडिकल कॉलेज एमबीबीएस, बीएससी नर्सिंग, और अन्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विज्ञान पाठ्यक्रमों में शिक्षा प्रदान करता है। इस कॉलेज में प्रवेश की प्रक्रिया राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली NEET परीक्षा में अर्जित अंकों के आधार पर होती है। वर्तमान में, यह कॉलेज बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय से संबद्ध है और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) द्वारा मान्यता प्राप्त है।

स्वास्थ्य सेवाएँ और अस्पताल

डीएमसीएच न केवल शैक्षिक संस्थान है, बल्कि यह एक पूर्ण अस्पताल भी है जो आसपास के जिलों जैसे मधुबनी, सहरसा, सुपौल, समस्तीपुर के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करता है। इसके परिसर में कई इमारतें हैं, जिनमें एक बड़ा ओपीडी (आउटडोर पेशेंट विभाग) है, जहाँ प्रतिदिन हजारों मरीज़ स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाते हैं। यह क्षेत्र का प्रमुख सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा केंद्र है जो ग्रामीण और शहरी जनता को बेहतर चिकित्सा सुविधाएँ उपलब्ध कराता है।

महत्वपूर्ण योगदान और रैंकिंग

दरभंगा मेडिकल कॉलेज को IIRF 2023 रैंकिंग में बिहार का तीसरा और भारत का 94वाँ स्थान प्राप्त हुआ है। यह इस कॉलेज की गुणवत्ता और इसके शैक्षिक योगदान का प्रमाण है। इसके अलावा, यह कॉलेज चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक उत्कृष्ट स्थल के रूप में अपनी पहचान बना चुका है।

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