मख़्दूम कुंड, जिसे दरगाह-ए-मखदूमिया भी कहा जाता है, बिहार के नालंदा जिले के राजगीर में स्थित एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यह दरगाह हज़रत खदूम सैयद गुलाम अली के मकबरे और शरफुद्दीन याह्या मनेरी के इबादत स्थल के लिए प्रसिद्ध है।
गरम पानी का झरना
यहाँ पर एक 800 साल पुराना गरम पानी का झरना है, जो स्थानीय और दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा वुजू और स्नान के लिए उपयोग किया जाता है। इस झरने की गर्म जलवायु इसे विशेष बनाती है और यह श्रद्धालुओं के लिए एक पवित्र अनुभव प्रदान करता है।
धार्मिक महत्व
मख़्दूम कुंड का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है। यहाँ पर हज़रत खदूम सैयद गुलाम अली के मकबरे और शरफुद्दीन याह्या मनेरी की इबादत की परंपराएँ धार्मिक आस्था का केंद्र हैं। इस स्थल पर लोग पूजा-अर्चना और धार्मिक अनुष्ठान करते हैं।
प्रसिद्ध उपयोगकर्ता
इस स्थल की ऐतिहासिक महत्ता को और बढ़ाते हुए, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी अपने बचपन में यहाँ स्नान किया था। यह तथ्य इस स्थल की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्वता को प्रमाणित करता है।
मख़्दूम कुंड धार्मिक आस्था और ऐतिहासिक धरोहर का एक आदर्श उदाहरण है, जो भक्तों और पर्यटकों को पवित्र जल और धार्मिक अनुभव प्रदान करता है।