परिचय
रबिंद्र परिषद पटना में बीरचंद पटेल पथ पर एक बहुउद्देश्यीय सांस्कृतिक केंद्र है ।
स्थापना
रवींद्रनाथ टैगोर के नाम पर, यह 1 9 48 में स्थापित किया गया था।
भवन के अंदर की विशेषताएं
संगीत विद्यालय
इमारत में एक संगीत विद्यालय जिसे गीता भवन के नाम से जाना जाता है।यहां छात्र आकर संगीत की ट्रेनिंग लेते हैं और संगीत साधना करते हैं
पुस्तकालय
भवन में रविंद्र नाथ टैगोर को समर्पित एक पुस्तकालय है जहाँ टैगोर के द्वारा लिखित और टैगोर पर लिखी पुस्तकें मिलेंगी
सभागार
यहाँ एक बहुत बड़ा सभागार भी है जिसे रबींद्र भवन कहा जाता है। रविंद्र भवन पटना का एक एक महत्वपूर्ण रंगमंच में से एक है ।यहाँ
अक्सर सांस्कृतिक और नाटकीय गतिविधियां होती हैं । गतविधियों में शामिल है थिएटर से जुड़े प्रस्तुतियां जैसे नाटक का मंचन , लाइव संगीत के इवेंट्स , कॉमेडी शो , नृत्य पर्फॉर्मन्सेस विसुअल आर्ट ,और बच्चों के इवेंट्स।
नवीनीकरण
2008 से 2010 के दौरान, थिएटर एक प्रमुख नवीनीकरण के दौर से गुजरा इस दौरान ये लगभग बंद ही रहा । इसके नवीनीकरण में कुल कुल अनुमानित ₹ 1.5 करोड़ खर्च बिहार सर्कार के कला और संस्कृति विभाग ने किया ।
नवीनीकरण के बाद की स्थिति
नवीनीकरण के बाद, ऑडिटोरियम की बैठने की क्षमता 655 से 1,000 तक बढ़ी थी और थियेटर की संरचना में भी सुधार हुआ था।
उद्घाटन
फरवरी 2011 में, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अत्याधुनिक सभागार का उद्घाटन किया।