परिचय
आरा -छपरा ब्रिज या वीर कुंवर सिंह सेतु भोजपुर में आरा और छपरा को जोड़ने वाली गंगा नदी पर एक पुल है और बिहार के उत्तरी और दक्षिणी भागों के बीच एक सड़क मार्ग प्रदान करता है।
लागत
इस पूल के बनने में 800 करोड़ रुपये (करीब 130 मिलियन अमरीकी डालर) की लागत आयी है
लम्बाई और संरचना
बिहार में आरा-छपरा पुल दुनिया का सबसे लंबा बहु-विस्तारित पुल है। गंगा के ऊपर बने नेविगेशन सेक्शन 1,920 मीटर लंबा है और पुल की कुल लंबाई 4.35 किमी है ।पुल के दोनों तरफ दृष्टिकोण मार्ग की कुल लंबाई 17 किमी है।
निर्माण कार्य की अवधि
वीर कुंवर सिंह पुल का निर्माण कार्य की आधारशिला तत्कालीन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जुलाई 2010 में रखी। उन्होंने कहा कि उनकी इच्छा भोजपुरी भाषी जिलों को एक सूत्र में जोड़ना था। 11 जून 2017 को सार्वजनिक उपयोग के लिए खोला गया था।
इस पूल के फायदे
आरा-छपरा पुल ने छपरा और आरा के बीच की दूरी 130 किमी से 40 किमी तक घटा दी। इससे सिवान, छपरा और गोपालगंज जिलों से आरा, औरंगाबाद और भभुआ जिलों की दूरी बहुत कम हो गई है। इस पल की वजह से अब लोग बिना पटना गए हुए दक्षिण से उत्तरी बिहार जा सकते हैं। यह पुल छपरा में डोरीगंज में एनएच -19 को चार-लेन पुल के साथ आरा के कोइलवार में एनएच -30 से जोड़ता है।