बिहार के तीन बिजलीघर मंगलवार से एनटीपीसी के हो जाएंगे। उन बिजली घर में शामिल हैं कांटी, बरौनी और नवीनगर बिजलीघर ।इसके लिए एनटीपीसी और बिहार सरकार के बीच मुख्यमंत्री आवास में एमओयू होगा उसके बाद इन बिजलीघर का स्वमित्वा एनटीपीसी को मिल जायेगा । । हाल में ही राज्य मंत्रिपरिषद ने इसपर अपनी सहमति दी थी। फिलहाल बिहार के पास सिर्फ ये ही तीन बिजलीघर थे।
राज्य सरकार ने पिछले दिनों तीनों बिजलीघर एनटीपीसी को सौंपने का निर्णय लिया था। इसके लिए राज्य सरकार ने एनटीपीसी प्रबंधन से भी बात की थी। एनटीपीसी से सहमति मिलने के बाद राज्य सरकार ने तीनों बिजलीघर को औपचारिक रुप से उसे सौपने की कार्रवाई शुरु की।
मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केन्द्रीय उर्जामंत्री आर.के.सिंह और बिहार के उर्जामंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव के समक्ष इस संबंध में एमओयू होगा और फिर तीनों बिजलीघर विधिवत रूप से एनटीपीसी का हो जाएगा।
इस समय तीनों बिजलीघर चलाने में बिहार को कई तरह की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। संचालन प्रबंधन के साथ-साथ तकनीकी समस्याओं से भी रूबरू होना पड़ रहा है। इसके अलावा इन बिजलीघरों से उत्पादित बिजली महंगी भी हो रही है। इन बिजलीघरों का स्वामित्व एनटीपीसी के हवाले होने के बाद इनकी बिजली सस्ती भी होगी। इसका अप्रत्यक्ष लाभ बिहार को भी होगा।
कांटी बिजलीघर का संचालन इस समय बिहार और एनटीपीसी की संयुक्त कंपनी करती है। हालांकि इस बिजलीघर को चलाने में भी बिहार को परेशानी हो रही है। एनटीपीसी का लगभग 200 करोड़ रुपया बकाया भी हो गया था। कई बार इसी बकाये के कारण बिजलीघर को बंद भी करना पड़ा था। मंगलवार को बिजलीघर की पूरी हिस्सेदारी एनटीपीसी को सौंप दी जाएगी