बिहार सरकार इस बार बाढ़ से बचने के लिए कोई कोताही नहीं बरतना नहीं चाह रही है |13 जून को, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की भविष्यवाणी के चलते पूर्व बाढ़ की तैयारी पर एक समीक्षा बैठक आयोजित की और अधिकारियों को निर्देशित किया कि 30 जून तक बाढ़ से बचाव् के सभी तैयारी पूरा कर ली जाये । बिहार में इस वर्ष 1027.6 मिमी की अनुमानित औसत वर्षा का लगभग 93 प्रतिशत बी बारिश हो सकती है ।उन्होंने वित्त विभाग को जिला मजिस्ट्रेट के आपदा राहत निधि में धन हस्तांतरण करने का भी निर्देश दिया।
शनिवार को, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) टीमों को बिहार के बाढ़ प्रभावित जिलों में स्थानांतरित कर दिया गया ताकि वे तेजी से बाढ़ की स्थिति का जवाब दे सकें और बचाव कार्य कर सकें।
बिहार के कई बाढ़ प्रभावित जिलों में विशेष बाढ़ बचाव उपकरणों के साथ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) 9वी बटालियन की कुल आठ टीम तैनात की गई हैं। दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, समस्तीपुर और BETTIAH (पश्चिम चंपारण) के लिए पांच एनडीआरएफ टीमों को भेज दिया गया है, जबकि एक टीम सुपौल में तैनात है और दो टीमें पटना के दीदरगंज में तैनात कर दी गई हैं |
एनडीआरएफ के 9वें बटालियन के कमांडेंट विजय सिन्हा ने कहा कि सभी आठ टीमें inflatable रबराइज्ड मोटरबोट, गहरे डाइविंग सेट, कुशल गहरे डाइवर्स, कुशल बचावकर्ता, जीवन जैकेट, लाइफबॉय, inflatable प्रकाश टावर, उन्नत संचार उपकरण, सैटेलाइट फोन राहत और बचाव कार्यों के लिए तैनाती एंटीना और कई अन्य विशेष उपकरण से , सुसज्जित हैं |