Thursday, November 21, 2024

जितिया व्रत 2024: क्यों किया जाता है जितिया व्रत? जानें नहाय खाय और पारण की सही तारीख

सनातन शास्त्रों में प्रत्येक पर्व और व्रत का अपना महत्व बताया गया है। जितिया व्रत (Jitiya Vrat) भी इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण व्रत है, जिसे विवाहित महिलाएं विशेष रूप से संतान की लंबी आयु और उनकी भलाई के लिए करती हैं। इस व्रत में भगवान जीमूतवाहन की पूजा-अर्चना की जाती है, जिनकी कृपा से संतान की रक्षा होती है और संतान सुख की प्राप्ति होती है। यह व्रत कठोर होता है और इसे विशेष रूप से निर्जला रखा जाता है, यानी बिना जल और अन्न ग्रहण किए। व्रत का समापन पारण के साथ किया जाता है।

जितिया व्रत का महत्व

जितिया व्रत या जीवित्पुत्रिका व्रत मुख्य रूप से माताओं द्वारा अपने बच्चों की लंबी आयु, स्वास्थ्य और सफलता की कामना के लिए किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को करने से भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त होती है, जो संतान की रक्षा करते हैं और उनकी दीर्घायु का आशीर्वाद देते हैं। मान्यता है कि जितिया व्रत करने वाली माताओं की संतान के जीवन में आने वाली हर बाधा को भगवान दूर करते हैं।

जितिया व्रत की परंपरा

इस व्रत को तीन दिनों तक मनाया जाता है और इसके पहले दिन ‘नहाय खाय’ की परंपरा होती है। दूसरे दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और तीसरे दिन व्रत का पारण किया जाता है। व्रत रखने वाली महिलाएं बिना जल और अन्न ग्रहण किए भगवान जीमूतवाहन का ध्यान करती हैं और व्रत के नियमों का पालन करती हैं।

जितिया व्रत 2024 की तिथि और शुभ मुहूर्त

2024 में जितिया व्रत आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रखा जाएगा। पंचांग के अनुसार, अष्टमी तिथि की शुरुआत 24 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 38 मिनट पर होगी, और इसका समापन 25 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर होगा। उदया तिथि का विशेष महत्व होने के कारण व्रत 25 सितंबर को रखा जाएगा।

नहाय खाय की तिथि

जितिया व्रत की शुरुआत नहाय खाय से होती है, जो इस व्रत का पहला दिन होता है। 2024 में नहाय खाय 24 सितंबर को मनाया जाएगा। इस दिन व्रत रखने वाली महिलाएं स्नान के बाद सात्विक भोजन ग्रहण करती हैं और शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाता है। यह व्रत की शुद्धि और आरंभ की प्रतीकात्मक प्रक्रिया होती है।

व्रत का पारण

व्रत का पारण 26 सितंबर को सूर्योदय के बाद किया जाएगा। इस दिन महिलाएं व्रत का समापन करती हैं और भोजन ग्रहण करती हैं। पारण के दौरान विशेष रूप से स्वस्थ और पौष्टिक आहार का सेवन किया जाता है ताकि शरीर को ऊर्जा मिल सके और व्रत सफलतापूर्वक समाप्त हो।


FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्रश्न: जितिया व्रत क्यों किया जाता है?
उत्तर: जितिया व्रत विवाहित महिलाएं अपने संतान की लंबी आयु और भलाई के लिए करती हैं। इस व्रत से संतान की रक्षा होती है और संतान को दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है।

प्रश्न: 2024 में जितिया व्रत कब है?
उत्तर: 2024 में जितिया व्रत 25 सितंबर को रखा जाएगा।

प्रश्न: नहाय खाय कब मनाया जाएगा?
उत्तर: नहाय खाय 24 सितंबर 2024 को मनाया जाएगा, जो जितिया व्रत की शुरुआत है।

प्रश्न: व्रत का पारण कब किया जाएगा?
उत्तर: जितिया व्रत का पारण 26 सितंबर 2024 को सूर्योदय के बाद किया जाएगा।

प्रश्न: जितिया व्रत के दौरान क्या खाया जाता है?
उत्तर: व्रत के दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, जबकि नहाय खाय और पारण के समय सात्विक भोजन ग्रहण किया जाता है।

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