नीतीश कुमार सरकार ने लड़कियों के लिए एक बड़ी योजना लेकर आई है। बिहार मंत्रिमंडल की बैठक में गुरुवार (19 अप्रैल) को बालिकाओं के संरक्षण, स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वावलंबन पर आधारित मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना को मंजूरी प्रदान कर दी है। इस योजना में बिहार में पैदा होने वाली लड़की के जन्म से लेकर ग्रैजुएशन करने तक उसका खर्च सरकार वहन करेगी।
गौरतलब है की बिहार में अपने मुख्यमंत्री के पहले कार्यकाल में छात्रों को स्कूल जाने के लिए साईकल देकर प्रोत्साहित किया था
गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैबिनेट मंत्रियों की विशेष बैठक बुलाई थी। इस बैठक में सीएम नीतीश कुमार ने प्रदेश में लड़कियों की दशा, शिक्षा के स्तर, गिरती जन्मदर और बिगड़ते स्त्री-पुरुष अनुपात पर चर्चा की। बैठक के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया कि बैठक में मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना को मंजूरी दी गई है। नई योजना इसी माह से लागू कर दी जाएगी। इस योजना में बिहार में पैदा होने वाली लड़की के जन्म से लेकर ग्रैजुएशन करने तक उसका खर्च सरकार वहन करेगी।
सैनेटरी नैपकिन की राशि में वृद्धि
वहीं, एक अन्य फैसले में बच्चियों के लिए सेनेटरी नैपकिन के लिए मिलने वाले भत्ते की रकम को दोगुना कर दिया गया है। पहले ये रकम 150 रुपए थी, जो अब बढ़ाकर 300 रुपए कर दी गई है।
किसे मिलेगा योजना का लाभ: कैबिनेट मीटिंग में मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना में हर लड़की के लिए 54,100 रुपए का बजट निर्धारित किया गया है।
इसमें कुछ शर्तें भी लागू की गई हैं। जैसे बच्चे के जन्म से पहले गर्भवती मां का रजिस्ट्रेशन सरकारी अस्पताल में करवाया गया हो। उसे सभी टीके समय से लगाए गए हों। वहीं, बच्ची का जन्म सरकारी अस्पताल या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुआ हो। माता-पिता के पास आधार से लिंक बैंक खाता होना भी अनिवार्य है।
कब मिलेगा योजना का लाभ : इस योजना में बच्ची का जन्म होते ही माता-पिता के खाते में 2,000 रुपए सरकार डाल देगी। बच्ची के एक वर्ष का होने पर उसका आधार रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य होगा। योजना में बच्ची का आधार लिंक होते ही उसे फिर से 1,000 रुपया मिल जाएगा। वहीं, टीकाकरण पूरा होने पर फिर से 2,000 रुपया मिलेगा। लड़की के स्कूल जाने पर उसकी यूनिफॉर्म, किताबें और बैग सरकार मुफ्त देगी। लड़कियों की 12वीं तक की स्कूली फीस बिहार सरकार ने पहले ही माफ कर रखी है। जब लड़की 12वीं कक्षा पास करेगी तो सरकार उसे फिर से 10 हजार रुपए देगी। यहां पर ये शर्त रखी गई है कि अगर लड़की अविवाहित है, तभी उसे ये रकम मिल सकेगी। लड़की के ग्रैजुएशन पास करने पर उसे 25 हजार रुपए मिल जाएंगे। लेकिन यहां पर विवाहित या अविवाहित की शर्त नहीं जोड़ी गई है। योजना का लाभ परिवार की सिर्फ दो बच्चियों को ही मिल सकेगा।
पोशाक योजना में बढ़ी राशि
शिक्षा विभाग द्वारा पहली से लेकर दूसरी कक्षा के लिए मुख्यमंत्री पोशाक योजना (बालिकाओं के लिए) के अंतर्गत सालाना मिलने वाली राशि को ₹400 से बढ़ाकर ₹600 किया गया है. उसी प्रकार शिक्षा विभाग द्वारा तीसरे से लेकर पांचवीं कक्षा के लिए मुख्यमंत्री पोशाक योजना के अंतर्गत सालाना मिलने वाले ₹500 की राशि को बढ़ाकर ₹700 किया गया है.
छठी से लेकर आठवीं क्लास के लिए मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना के अंतर्गत सालाना मिलने वाले ₹700 की राशि को बढ़ाकर ₹1,000 किया गया है और 9वीं से लेकर 12वीं के लिए बिहार शताब्दी मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना के अंतर्गत सालाना मिलने वाले ₹1,000 की राशि को बढ़ाकर ₹1,500 किया गया है.
इन लड़कियों को मिलेगा लाभ
शिक्षा विभाग द्वारा संचालित योजनाओं से राजकीय, राजकीयकृत, गैर सरकारी सहायता प्राप्त (अल्पसंख्यक सहित), प्रारंभिक, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक (प्रोजेक्ट विद्यालय सहित), प्रस्वीकृत, संबद्धता प्राप्त, अनुदानित राजकीय प्रस्वीकृत मदरसा, संस्कृत एवं वित्त रहित विद्यालय, राजकीय महाविद्यालय, अंगीभूत एवं विश्वविद्यालय से संबद्धता प्राप्त (अल्पसंख्यक सहित) महाविद्यालय की छात्राओं को मिल सकेगा योजना का लाभ.
तेजाब पीड़ित को भी निशक्तता पेंशन: मुख्यमंत्री सामाजिक सहायता एवं प्रोत्साहन छत्र योजना के तहत बिहार निशक्तता पेंशन योजना में संशोधन करते हुए इससे अब तेजाब पीड़ित को भी जोड़ दिया गया है। अब किसी भी तरह से तेजाब पीड़ित को 400 रुपये प्रत्येक महीने पेंशन दी जायेगी। इनके लिए निशक्तता पेंशन पाने के लिए 40% की विकलांगता की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया गया है।