परिचय
राजधानी वाटिका, जिसे आमतौर पर इकोलॉजिकल पार्क या इको पार्क के नाम से जाना जाता है, बिहार के पटना शहर के स्ट्रैंड रोड पर स्थित है। इसे अक्टूबर 2011 में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा उद्घाटित किया गया था। यह पार्क पर्यावरण और वन विभाग, बिहार की पहल पर विकसित किया गया है। इको पार्क को पटना चिड़ियाघर के भार को कम करने के लिए तैयार किया गया है।
विस्तार और संरचना
पार्क लगभग 9.18 हेक्टेयर भूमि में फैला हुआ है, जिसमें दो झीलें हैं। यहाँ 1,445 मीटर लंबा पथ, बच्चों के लिए एक कोना, और 1,191 मीटर का जॉगिंग ट्रैक है। इस पार्क में 3,000 से अधिक पौधों की किस्में पाई जाती हैं, और यह दो प्रमुख हिस्सों में विभाजित है।
प्रमुख आकर्षण
पार्क के पहले हिस्से में बच्चों का कोना, भोजनालय, और कई फव्वारे हैं। दूसरा हिस्सा थीम पार्क के रूप में विकसित किया गया है, जिसमें राशि वन, गुरु वाटिका, पंचवटी और केवली वन शामिल हैं। यहाँ प्रसिद्ध मूर्तिकार सुबोध गुप्ता की ‘कैक्टस’ जैसी मूर्तियाँ भी स्थापित हैं। इसके अलावा, दूसरे हिस्से में एक झील है, जहाँ बोटिंग की सुविधा और एक रेस्तरां है।
पर्यटन और मनोरंजन
पार्क में प्रत्येक माह लगभग 90,000 से 100,000 पर्यटक आते हैं। सामान्य दिनों में यहाँ 3,000 से 5,000 लोग आते हैं, जबकि रविवार और विशेष अवसरों पर यह संख्या 6,000 से 9,000 तक पहुँच जाती है। 1 जनवरी 2014 को इस पार्क ने सर्वाधिक 42,350 पर्यटकों का स्वागत किया था। इको पार्क में दोनों हिस्सों को एक सुरंग के माध्यम से आपस में जोड़ा गया है, जो इसे और भी अनोखा बनाता है।
निष्कर्ष
राजधानी वाटिका, इकोलॉजिकल पार्क, पटना के लोगों और पर्यटकों के लिए एक हरा-भरा स्थल है, जहाँ प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ कई मनोरंजन और थीम पार्क का आनंद लिया जा सकता है। यह पार्क न केवल हरियाली और शांति का प्रतीक है, बल्कि शहर के बीचों-बीच एक ताजगी भरा अनुभव प्रदान करता है।
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