बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से संवाददाताओं ने जब आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के हाल के बयान को लेकर सवाल पूछा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने अभी तक ऐसा बयां सुना नहीं है लेकिन लेकिन अगर देश की सीमाओं की रक्षा के लिए कोई संगठन तीन दिन में तैयार हो जाने की बात करता हैं तो इससे क्या हो गया? उन्होंने आरएसएस का नाम लिए बगैर कहा कि अगर कोई नागरिक या संगठन देश की सीमाओं की रक्षा के लिए तत्परता दिखाता है तो इस पर किसी को आपत्ति क्यों होगी?
किसी भी बात को सकारात्मकता के दृष्टिकोण से देखनी चाहिए न ही इसके दूसरे नकारात्मक के दृष्टिकोण से |