आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को बिहार के किसानों से संघ में शामिल होने और भेदभाव से मुक्त समाज बनाने के अपने मिशन का एक हिस्सा बनने का आग्रह किया।
आरएसएस स्वयंसेवकों के शिविर में आमंत्रित किसानों से बात करते हुए, उन्होंने देश के स्वयंसेवकों के स्वयं के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए कार्य पर प्रकाश डाला।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक ने कहा, “हमारे गांवों के सामने आने वाली समस्याएं केवल वे सुलझा सकते है जो जो गांवों में रहते हैं।
भागवत ने कहा, “हमारे हजारों लोग गांवों में काम करते हैं। हमारे स्वयंसेवकों ने ग्रामीण विकास के लिए प्रशंसनीय योगदान दिया है,” भागवत ने ये बात कहा अपने पांच दिवसीय बिहार के दौरे के मुज़फ्फरपुर में कही|
आरएसएस प्रमुख ने जैविक खेती को अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि हजारों सालों से जैविक खेती परंपरा का एक हिस्सा रही है।
राज्य के आरएसएस प्रमुख का दौरा 15 फरवरी को समाप्त होने का है।
विपक्षी दलों, राजद और कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भागवत के दौरे लगातार हो गए हैं और यह भाजपा के एजेंडा का एक हिस्सा है, जो बिहार को “भगवा” बनाने का है ।
कांग्रेस और राजद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोप लगाया है कि वह वो इस बात को भूल गए हैं की उन्होंने राजद के साथ सरकार बनाने के दौरान आरएसएस मुक्त भारत बनाने का 2016 के संकल्प लिया था
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि श्री भागवत ने उनके जीवन को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए किसानों से मिलकर बैठक की।