मुजफ्फरपुर के वर्षों से बंद पड़े घंटाघर को चालू कराने के प्रयास में लगे जस्ट मुजफ्फरपुर संस्था के युवाओं का प्रयास जल्दी रंग लाएगा।
सरैयागंज टावर के ऊपर लगी घड़ी वर्षों से बंद पड़ी थी और शहर के लोग बस यादों में ही इस चलती घड़ी और उसके बजते हुए घंटे को याद किया करते थे। जस्ट मुजफ्फरपुर ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और प्रशासन से अनुरोध किया कि इस घंटा घर को अपने खर्च पर पुनः चालू करवा कर शहर की धरोहर बचाने की एक कोशिश करना चाहते हैं। गत दिनांक 16 अप्रैल 2018 को नगर आयुक्त मुजफ्फरपुर से मिले अनुमति पत्र के बाद आज जस्ट मुजफ्फरपुर की टीम ने घड़ीसाज को बुलाया और उसके रिपेयरिंग का काम आरंभ करवाया। उम्मीद है सप्ताह से 10 दिनों के अंदर सरैयागंज टावर की घड़ी पुनः चालू भी हो जाएगी और हर घंटे इसका बजने वाला घंटा भी सुनाई देगा और शहर की एक धरोहर फिर से शहर की जान बन जाएगी।
इस कार्य में जस्ट मुजफ्फरपुर संस्था की कोर कमेटी की तरफ से राहुल सिंह, रोहन मेहता, अमन कुमार, राहुल कुमार सन्नी, राजन कुमार, मनीष कुमार रौशन आर्थिक सहयोग कर रहे हैं और इस प्रोजेक्ट को पंकज पटवारी की देखरेख में किया जा रहा है। इस कार्य में अभिषेक आर्य, आकाश कुमार, मोहित बंका, अभिषेक कुमार, रंजन कुमार, गौतम कुमार, विकास गोस्वामी आदि का सहयोग मिल रहा है