पटना में 1 अगस्त से 10 अगस्त तक वन महोत्सव मनाया जाने वाला है राज्य सरकार ने इस दौरान एक अनूठी पहल करने की योजना बनायीं है । दरअसल राज्य सरकार ।8 किमी दीघा-एम्स रोड के सामानांतर 2,000 बड़े पौधे लगाएगी|उपरोक्त बातें उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कही , जो राज्य पर्यावरण और वन विभाग के प्रमुख भी है ।
वन महोत्सव वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के लिए और लोगों को पौधे लगाए जाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है |घटना के बारे में जागरूकता पैदा करने के सरकार के प्रयास के तहत, मोदी ने लोगों के प्रतिनिधियों और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में काम कर रहे सिविल सोसाइटी संगठनों से जुड़े एक इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया । इस सत्र के दौरान उपमुख्यमंत्री ने वन महोत्सव के लिए सरकार की योजनाओं को साझा किया ।
उपमुख्यमंत्री ने सत्र के प्रतिभागियों को सूचित किया कि 8 किमी सड़क के किनारे विशेष पौधे लगाने की योजना के अलावा पर्यावरण और वन विभाग ,पटना जिले में इस इवेंट के दौरान 2 लाख पेड़ लगाने की योजना बना रहा है, जिनमें से पटना शहर क्षेत्र में अकेले एक लाख पेड़ लगाए जाएंगे । इन लाखों पेड़ों में से 27,000 पेड़ों को उनकी सुरक्षा के लिए गैबियन मुहैया कराए जाएंगे।
राज्य में ग्रीन कवर को बढ़ाने के लिए अपने विभाग की योजना के विवरण को साझा करते हुए मोदी ने कहा कि सरकार एक ड्राइव लॉन्च करके बिहार भर में कुल एक करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य रख रही है।
निम्न जगहों पर पेड़ लगाएं जायेंगे
- सरकारी योजनाओं के मुताबिक, राज्य में विभिन्न वन विभाग अपनी और से 49 लाख पेड़ लगाएंगे |
- किसानों को सामाजिक वानिकी योजना के माध्यम से 58 लाख पौधे लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
- विशेष पहल के तहत, 258 पहचान संस्थानों में 80,000 पौधे लगाए जाएंगे|
- नमामी गंज परियोजना के तहत नदियों के किनारे 3.63 लाख पेड़ लगाए जाएंगे।
- 216 शैक्षणिक संस्थानों के परिसर में एक लाख और पौधे लगाए जाएंगे |
- राज्य में 120 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों के साथ 1.12 लाख पौधे लगाए जाएंगे।
मोदी ने सत्र प्रतिभागियों से हरे रंग के कवर के महत्व के बारे में लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने का आग्रह किया।
जितने भी हमारे इस आर्टिकल को पढ़ रहे हैं उनसे हमारा निवेदन है की इस वन महोत्सव के दौरान काम से काम एक पेड़ अवश्य लगाएं या पेड़ लगाने के लिए प्रोत्साहित अवश्य करें