बिहार कई ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, और धार्मिक कारणों से प्रसिद्ध है
- धार्मिक महत्व: बिहार प्राचीन समय से बौद्ध और जैन धर्म के केंद्र के रूप में जाना जाता है। गौतम बुद्ध ने बोधगया में निर्वाण (ज्ञान) प्राप्त किया, जो बिहार का एक प्रमुख स्थल है। जैन धर्म के संस्थापक महावीर जैन का जन्म कुण्डग्राम, जो आज के वैशाली जिले में है, में हुआ था।
- पौराणिक संदर्भ: बिहार के कई इलाकों का उल्लेख प्राचीन भारतीय ग्रंथों में मिलता है। उदाहरण के लिए, रामायण की पात्र सीता का जन्मस्थल सीतामढ़ी बताया जाता है।
- ऐतिहासिक व्यक्ति: बिहार का संबंध कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक व्यक्तियों से है, जैसे चाणक्य, जो चंद्रगुप्त मौर्य के प्रमुख सलाहकार थे, और सम्राट अशोक, जो बौद्ध धर्म को पूरे एशिया में फैलाने के लिए जाने जाते हैं।
- संस्कृति की धरोहर: राज्य की सांस्कृतिक धरोहर समृद्ध है, जो त्यौहारों, परंपराओं और ऐतिहासिक स्थलों में परिलक्षित होती है। नालंदा विश्वविद्यालय, जो विश्व के पहले आवासीय विश्वविद्यालयों में से एक था, यहीं स्थित था और इसने विभिन्न देशों से विद्वानों को आकर्षित किया।
इस प्रकार, बिहार का अद्वितीय धार्मिक, ऐतिहासिक, और सांस्कृतिक मिश्रण इसे भारत का एक महत्वपूर्ण राज्य बनाता है। अधिक जानकारी के लिए आप Atulya Bihar का संदर्भ ले सकते हैं।
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