
शूटर श्रेयसी सिंह ने बुधवार को ऑस्ट्रेलिया में राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं के डबल ट्रैप इवेंट में स्वर्ण पदक जीता | उसने ऑस्ट्रेलिया की एम्मा कॉक्स को शूट आउट में हराकर ये मैडल अपने नाम किया ।
अगर श्रेयषी के व्यत्तिगत जिंदगी की बात करे तो
बिहार की श्रेयसी सिंह का जन्म बांका के गिद्धौर में हुआ था । उसने गोल्ड मैडल जीतकर अपने परिवार के लिगेसी को आगे बढ़ाया| गौरतलब है उनके दादा कुमार सुरेंदर सिंह और पिता दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एनआरएआई) के अध्यक्ष के रूप में देश की सेवा की।। साथ ही उनके पिता दिवंगत दिग्विजय सिंह बिहार के जाने माने राजनेता थे और वो प्रदेश के बांका क्षेत्र के सांसद भी रहे और अटल बिहार वाजपई सरकार में मंत्री भी रहे ।
उनकी माँ पुतुल कुमारी भी इसी सीट से संसद है |
अब बात करते है श्रेयषी के खेल जीवन की
श्रेयसी ने 2010 राष्ट्रमंडल खेलों की दिल्ली में दो प्रतियोगिता में देश का प्रतिनिधित्व किया था लेकिन एक भी एकल पदक जीतने में नाकाम रही।फिर वह मैक्सिको में आयोजित 2013 ट्रैप शूटिंग वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का हिस्सा बानी , जहां वह 15 वां स्थान पर रही थी।
वो कहते है न कोशिश करे वालों की कभी हार नहीं होती।बस इसी बात से प्रेरणा लेकर उसने अपनी कोशिश जारी रखी
और अगले साल उसकी कोशिस रंग लायी और उसने डबल ट्रैप टीम स्पर्धा में इंचीऑन में एशियाई खेलों 2014 में कांस्य जीता फिर उसने 2017 ग्लासगो खेलों में कॉमनवेल्थ शूटिंग चैंपियनशिप में भाग लिया और फाइनल में 9 2 अंक हासिल श्रेयासी ने डबल ट्रैप में व्यक्तिगत रजत पदक जीता। और उसने और आज तो उसने कॉमन वेल्थ खेल में गोल्ड जीतकर इतिहास ही रच दिया |
क्या होता है डबल ट्रेप शूटिंग इवेंट: इस इवेंट में शॉटगन इस्तेमाल होती है जिसमें दो टारगेट पर निशाना लगाना होता है. डबल बैरेल वाली 12 गेज की शॉटगन से ये इवेंट खेला जाता है. शूटर्स को टारगेट से 16 यार्ड दूर रखे होकर तेजी से हवा में जाते टारगेट को निशाना बनाना होता है. ये मुश्किल इसलिए होता है क्योंकि एक के बाद दूसरा टारगेट तुरंत आ जाता है जिसे दागना होता है.